RPSC RAS Syllabus 2023 | RAS Syllabus| RAS full form
RAS पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा RPSC आयोजित करता है। RPSC RAS 2023 अधिसूचना RPSC द्वारा 28 जून 2023 को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की गई है। जो उम्मीदवार प्रशासनिक सेवाओं में रुचि रखते हैं, वह RPSC Ras Syllabus के अनुसार उन्हें नवीनतम और उन्नत आरपीएससी आरएएस पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न के साथ अपनी तैयारी शुरू करनी चाहिए। परीक्षा पैटर्न पाठ्यक्रम की उचित समझ से उम्मीदवारों को अपनी तैयारी के लिए एक प्रभावी रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।
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RAS full form in hindi – RAS के फुल फॉर्म हिंदी भाषा मे ‘राजस्थान प्रशासनिक सेवा’ होता है,जबकि अंग्रेजी भाषा मे RAS का Full Form “Rajasthan Administrative Service” होता है। यह भर्ती आरपीएससी द्वारा संचालित करवाई जाती हैं।
RPSC Full Form – Rajasthan Public Service Commission
RPSC RAS Syllabus 2023 and Exam pattern
RPSC RAS Exam लगातार दो चरणों में आयोजित की जाएगी:
1.RAS Pre – RAS Pre में सिर्फ एक ही पेपर होता है ।
2.Ras main – RAS mains मे 4 पेपर होते है , जिसमे एक पेपर भाषा पर और 3 पेपर सामान्य अध्ययन पर होते है।
RAS Syllabus pre 2023 –
RAS Pre सिलेबस और पैटर्न इस प्रकार है:
एक पेपर
विषय का नाम – General knowledge and general science
Maximus number – 200
Time – 3 घंटे
Negotiation marking – हाँ (प्रश्न के लिए आवंटित अंकों का 1/3)
Quistion – 150
RAS Pre परीक्षा 2023 तिथि – अभी घोषित नहीं की गई है
Syllabus – सामान्य विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विषयों/अनुभागों में विभाजित किया जा सकता है
Ras syllabus – प्रारंभिक (सरलीकृत)
राजस्थान सामान्य विषय
राजस्थान का साहित्य, परंपरा, संस्कृति, कला, इतिहास और विरासत
राजस्थान का भूगोल
राजस्थान की प्रशासनिक एवं राजनीतिक व्यवस्था
राजस्थान की अर्थव्यवस्था
करंट अफेयर्स – राजस्थान
भारतीय इतिहास – प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक
भूगोल – भारतीय. दुनिया
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, संविधान और शासन व्यवस्था
आर्थिक अवधारणाएँ और भारतीय अर्थव्यवस्था
विज्ञान और प्रौद्योगिकी
तर्क और मानसिक क्षमता
सामयिकी
RAS Syllabus mains
RPSC Mains Syllabus। Paper 1:- सामान्य अध्ययन–
Unit 1. – इतिहास
A. – राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य परम्परा और धरोहर
19 वी 20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं: किसान एवं जनजाति आन्दोलन, राजनीतिक जागृति स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण।
राजस्थान की धरोहर: प्रदर्शन व ललित कलाएं हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प मेले, पर्व, लोक संगीत व लोक नृत्य।
राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ।
राजस्थान के संत लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियाँ।
B. – भारतीय इतिहास एवं संस्कृति
भारतीय धरोहर: सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएँ, प्रदर्शन कलाएँ, वास्तु परम्परा एवं साहित्य।
प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन।
19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ईस्वी तक
आधुनिक भारत का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे।
भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन इसके विभिन्न चरण व धाराएं प्रमुख योगदानकर्ता
19वी 20वीं शताब्दी में सामाजिक धार्मिक सुधार आन्दोलन।
C. – आधुनिक विश्व का इतिहास (1950 ईस्वी तक)
पुनर्जागरण व धर्म सुधार
प्रबोधन व औद्योगिक क्रांति
एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद।
विश्व युद्धों का प्रभाव।
Unit 2. – अर्थव्यवस्था
A. – भारतीय अर्थव्यवस्था
अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: कृषि, उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल
भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझान: विदेशी पूंजी की भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश निर्यात- आयात नीति, 12 वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएं।
B. – वैश्विक अर्थव्यवस्था
वैश्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व व्यापार
संगठन की भूमिका विकासशील, उभरते और विकसित देशों की संकल्पना
C. – राजस्थान की अर्थव्यवस्था
राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, डेयरी और पशुपालन
औद्योगिक क्षेत्र संवृद्धि और हाल के रूझान
राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्धि विकास
राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं- उनके उद्देश्य और प्रभाव।
राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल।
Unit 3. – समाजशास्त्र, प्रबंधन,
A. – समाजशास्त्र
भारत में समाजशास्त्रीय विचारों का विकास
सामाजिक मूल्य
जाति वर्ग और व्यवसाय
संस्कृतिकरण
वर्ण, आश्रम, पुरुषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था
धर्म निरपेक्षता
मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं
राजस्थान के जनजातीय समुदाय – भील, मीणा एवं गरासिया
B. – प्रबंधन
प्रबंधन – क्षेत्र, अवधारणा, प्रबंधन के कार्य योजना आयोजन, स्टाफ, निर्देशन, समन्वय और नियंत्रण, निर्णय लेना: अवधारणा, प्रक्रिया और तकनीक।
विपणन की आधुनिक अवधारणा, विपणन मिश्रण- उत्पाद, मूल्य, स्थान
C. – लेखांकन एवं अंकेक्षण
वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक, कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत, जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन
अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक, प्रदर्शन और कार्यकुशलता अंकेक्षण।
विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत, बजटीय नियंत्रण
RPSC Mains Syllabus। Paper 2:- सामान्य अध्ययन–
unit 1. – प्रशासकीय नीतिशास्त्र
नैतिक समप्रत्यय – ऋत एवं ऋण, कर्त्तव्य की अवधारणा, शुभ एवं सद्गुण
भगवद् गीता का नीतिशास्त्र एवं प्रशासन में इसकी भूमिका।
गांधी का नीतिशास्त्र।
भारतीय एवं विश्व के नैतिक चिंतकों एवं दार्शनिकों का योगदान।
unit 2. – सामान्य विज्ञान एवं तकनीकी
दूरसंचार आधारभूत संकल्पना, आमजन के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए दूरसंचार का अनुप्रयोग, भारतीय दूरसंचार उद्योग संक्षिप्त इतिहास सहित भारतीय दूरसंचार नीति तथा टेलीकॉम रेग्यूलेटरी अर्थोरटी ऑफ इण्डिया
नाभिकीय तकनीकी आधारभूत संकल्पना, रेडियोऐक्टिवता तथा उसके अनुप्रयोग, विभिन्न – प्रकार के नाभिकीय रिएक्टर, असैन्य तथा सैन्य उपयोग, भारत में नाभिकीय तकनीकी विकास के लिए संस्थागत संरचना
द्रव्य की अवस्थाएँ।
कार्बन के अपररूप।
pH मापक्रम तथा pH का दैनिक जीवन में महत्व।
संक्षारण तथा उसका निवारण।
उत्प्रेरक।
साबुन और अपमार्जक – साबुन की शोधन क्रिया
बहुलक तथा उनके उपयोग।
मानव के पाचन, श्वसन, परिसंचरण, उत्सर्जन, समन्वयन एवं जनन तंत्रों की सामान्य जानकारी।
जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग एवं उससे सम्बद्ध नीतिपरक एवं बौद्धिक संपदा अधिकार से संबंधित मुद्दे।
भोजन एवं मानव स्वास्थ्य संतुलित एवं असंतुलित भोजन, कुपोषण; मादक पदार्थ; रक्त, रक्त समूह एवं रोधक्षमता (प्रतिजन एवं प्रतिरक्षी), रक्ताधान; प्रतिरक्षीकरण एवं टीकाकरण; की सामान्य जानकारी।
मानव रोग: संचरणीय एवं असंचरणीय रोग; तीव्र एवं चिरकाली रोग, संक्रामक, आनुवांशिक एवं जीवन शैली से उत्पन्न रोगों के कारण एवं निवारण।
जल की गुणवत्ता एवं जल शोधन।
राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपक्रम।
विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान।
पारिस्थितिक तंत्र: संरचना एवं कार्य।
वातावरण संघटक एवं मूलभूत पोषण चक्र ( नाइट्रोजन, कार्बन एवं जल चक्र)
जलवायु परिवर्तन; नवीनीकरणीय एवं अनवीकरणीय ऊर्जा।
वातावरणीय प्रदूषण एवं निम्नीकरण; अपशिष्ट प्रबंधन।
राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में जैव विविधता एवं उसका संरक्षण
राजस्थान राज्य की पारंपरिक प्रणालियों के विशेष संदर्भ में जल संरक्षण
राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में कृषि विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी, डेयरी एवं पशुपालन।
unit 3.– पृथ्वी विज्ञान (भूगोल एवं भू-विज्ञान)
प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
भूकंप एवं ज्वालामुखी प्रकार वितरण एवं उनका प्रभाव
पृथ्वी एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी
समसामयिक भू-राजनीतिक समस्याएं
प्रमुख भौतिकः पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
भारत के प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश
जलवायु: मानसून की उत्पत्ति, ऋतुओं के अनुसार जलवायु दशायें, वर्षा का वितरण एवं जलवायु प्रदेश।
प्राकृतिक संसाधनः
(क) जल, वन एवं मृदा संसाधन (ख) शैल एवं खनिज प्रकार एवं उनका उपयोग
जनसंख्या वृद्धि, वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्या
राजस्थान:
प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ: पर्वत, पठार, मैदान, नदियाँ एवं झीलें
प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश
प्राकृतिक वनस्पति एवं जलवायु
पशुपालन, जंगली जीव-जन्तु एवं उनका संरक्षण
कृषि – प्रमुख फसलें
खनिज संसाधन:
(क) धात्विक खनिजः प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग (ख) अधात्विक खनिजः प्रकार वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग
ऊर्जा संसाधनः परम्परागत एवं गैर परम्परागत स्त्रोत
जनसंख्या एवं जनजातियाँ
RPSC Mains Syllabus। Paper 3:- सामान्य अध्ययन-
unit 1.– भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति एवं समसामयिक मामले
भारतीय संविधान निर्माण, विशेषताएँ, संशोधन, मूल ढाँचा
वैचारिक सत्व: उद्देशिका, मूल अधिकार राज्य नीति के निदेशक तत्व, मूल कर्तव्य
संस्थात्मक ढाँचा 1: संसदीय प्रणाली, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्री परिषद्, संसद
संस्थात्मक ढाँचा 2: संघवाद केन्द्र राज्य संबंध, उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय, न्यायिक पुनरावलोकन, न्यायिक सक्रियता।
संस्थात्मक ढाँचा 3: भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक, संघ लोक सेवा आयोग, नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग केन्द्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
राजनीतिक गत्यात्मकताएँ: भारतीय राजनीति में जाति, धर्म, वर्ग, नृजातीयता, भाषा एवं लिंग की भूमिका, राजनीतिक दल एवं मतदान व्यवहार, नागरिक समाज एवं राजनीतिक आंदोलन, राष्ट्रीय अखंडता एवं सुरक्षा से जुड़े मुद्दे, सामाजिक- राजनीतिक संघर्ष के संभावित क्षेत्र।
राजस्थान की राज्य – राजनीति: दलीय प्रणाली राजनीतिक जनांकिकी, राजस्थान में राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा के विभिन्न चरण, पंचायती राज एवं नगरीय स्वशासन संस्थाएँ।
शीत युद्धोत्तर दौर में उदीयमान विश्व व्यवस्था, संयुक्त राज्य अमरिका का वर्चस्व एवं इसका प्रतिरोध, संयुक्त राष्ट्र एवं क्षेत्रीय संगठन, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद एवं पर्यावरणीय मुद्दे।
भारत की विदेश नीति: उद्विकास, निर्धारक तत्व, संयुक्त राज्य अमरिका, चीन, रूस एवं यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध, संयुक्त राष्ट्र, गुट निरपेक्ष आंदोलन, ब्रिक्स, जी- 20, जी – 77 एवं सार्क में भारत की भूमिका
दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया एवं पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक एवं रणनीतिक विकास तथा उनका भारत पर प्रभाव।
समसामयिक मामले: राजस्थान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं, व्यक्ति एवं स्थान, खेलकूद से जुड़ी हाल की गतिविधियाँ।
unit 2.– लोक प्रशासन एवं प्रबंधन की अवधारणाएँ, मुद्दे
प्रशासन एवं प्रबंध- अर्थ, प्रकृति एवं महत्व, विकसित एवं विकासशील समाजों में लोक प्रशासन की भूमिका, एक विषय के रूप में लोक प्रशासन का विकास, नवीन लोक प्रशासन, लोक प्रशासन के सिद्धांत।
अवधारणाएँ – शक्ति, सत्ता, वैधता, उत्तरदायित्व एवं प्रत्यायोजन
लोक सेवा के आधारभूत मूल्य एवं अभिवृत्ति- लोक सेवा सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता, गैरपक्ष, धरता एवं समर्पण, सामान्यज्ञ एवं विशेषज्ञ संबंध।
प्रशासन पर विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण – विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण की विभिन्न पद्धतियाँ एवं तकनीक
राजस्थान में प्रशासनिक ढाँचा एवं प्रशासनिक संस्कृति राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीपरिषद, राज्य सचिवालय एवं मुख्य सचिव
जिला प्रशासन – संगठन, जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक की भूमिका, उपखण्ड एवं तहसील प्रशासन
प्रशासनिक विकास – अर्थ, क्षेत्र एवं विशेषताएँ
राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य वित्त आयोग, लोकायुक्त, राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान लोक सेवा अधिनियम, 2011।
unit 3.– खेल एवं योग, व्यवहार एवं विधि
RPSC Mains Syllabus। Paper 4:- सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी
unit 1. – सामान्य हिन्दी: कुल अंक 120,
1. ( अंक 50 )
संधि एवं संधि-विच्छेद दिए हुए शब्दों की संधि करना और संधि विच्छेद करना
उपसर्ग- सामान्य ज्ञान, उपसर्गों से शब्दों की संरचना तथा शब्दों में से उपसर्ग एवं शब्द पृथक् करना
प्रत्यय- सामान्य ज्ञान, दिए हुए प्रत्ययों से शब्द बनाना और शब्दों में से शब्द एवं प्रत्यय पृथक् करना
पर्यायवाची शब्द
विलोम शब्द
समश्रुत भिन्नार्थक शब्द दिए हुए शब्द-युग्म का अर्थ- भेद
वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द
शब्द शुद्धि
वाक्य शुद्धि
मुहावरे- मुहावरों का वाक्य में सटीक प्रयोग
कहावत / लोकोक्ति- केवल भावार्थ
पारिभाषिक शब्दावली – प्रशासन से संबंधित अंग्रेजी शब्दों के समानार्थ हिन्दी पारिभाषिक शब्द
2.(अंक 50)
संक्षिप्तीकरण- गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण (गद्यावतरण की शब्द सीमा लगभग 100 शब्द)
पल्लवन- किसी सूक्ति, काव्य पंक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार ( शब्द सीमा- लगभग 100 शब्द )
पत्र लेखन- सामान्य कार्यालयी पत्र कार्यालय आदेश, अर्धशासकीय पत्र, अनुस्मारक
प्रारूप लेखन- अधिसूचना, निविदा, परिपत्र, विज्ञप्ति दिए हुए अंग्रेजी अनुच्छेद का हिंदी में अनुवाद
अनुवाद- (शब्द सीमा- लगभग 75 शब्द )
3. (अंक 20)
किसी सामयिक एवं अन्य विषय पर निबंध लेखन ( शब्द सीमा लगभग – 250 शब्द)
unit 2. – General English: Total marks 80
Part A – Grammar & Usage (20 Marks)
Correction of Sentences: 10 sentences for correction with errors
Articles & Determiners
Prepositions
Tenses & Sequence of Tenses
Modals
Voice- Active & Passive
Narration- Direct & Indirect
Synonyms & Antonyms
Phrasal Verbs & Idioms
One Word Substitute
Words often Confused or Misused
Part B -Comprehension, Translation & Precis Writing (30 Marks)
Comprehension of an Unseen Passage (250 Words approximately). 05 Questions based on the passage. Question No. 05 should preferably be on vocabulary.
Translation of five sentences from Hindi to English.
Precis Writing (a short passage of approximately 150-200 words)
Part C – Composition & Letter Writing (30 Marks)
Paragraph Writing- Any 01 paragraph out of 03 given topics
Elaboration of a given theme
Letter Writing or
RPSC RAS syllabus Related FAQ -:
Q1. RAS का एग्जाम कौन करवाता है?
Ans. RPSC
Q2. RAS बनने के लिए क्या करना चाहिए?
Ans. RAS बनने के लिए आपके पास बैचलर डिग्री होनी चाहिए और फिर आरपीएससी द्वारा संचालित परीक्षा में प्री के बाद mains पेपर पास करना होगा फिर इंटरव्यू से होकर गुजरना होगा।
Q3. आरएएस की सैलरी कितनी है?
Ans. RAS Sallary 15,600 से रु. 39,100 रुपये
Q4.
क्या मैं कोचिंग के बिना आरएएस क्लियर कर सकता हूं?
Ans. हां। 12 वी के बाद आपको सेल्फ स्टडी शुरू कर देनी चाहिए।
Q5. RAS में कितने पेपर होते हैं?
Ans. RAS में 1 पेपर प्री और 4 पेपर मैंस में होते हैं
Q6. RAS में कितनी भाषा में पेपर होते हैं ?
Ans. हिंदी और इंग्लिश