IAS Full Form In Hindi /आईएएस फुल फॉर्म इन हिंदी 2023-24 /IAS Full Form / IAS Full Form In Hindi / IAS Sallary /आईएएस फुल फॉर्म

IAS यह पद डिप्टी कमिश्नर, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल, कलेक्टर, डिवीजनल कमिश्नर, प्रमुख सचिव, प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी, आदि शामिल हो सकते हैं। IAS के अधिकारियों को राज्य सरकारों और केंद्रीय सरकार के विभागों में विभिन्न प्रशासनिक, कार्यकारी और न्यायिक क्षेत्रों में काम करने का मौका मिलता है।

IAS के अधिकारी देश के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली प्रशासनिक पदों पर काम करते हैं। उन्हें सरकारी नीतियों के निर्माण, कार्यान्वयन, सार्वजनिक सेवाओं की प्रबंधन और विकास, लोक सुविधाओं की प्रदान, क्षेत्रीय विकास आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी पड़ती है।

आईएएस फुल फॉर्म इन हिंदी 2023-24 /IAS Full Form / IAS Full Form In Hindi / IAS Sallary /आईएएस फुल फॉर्म

1. IAS Full Form In Hindi ( आईएएस फुल फॉर्म इन हिंदी )

IAS को हिंदी में “भारतीय प्रशासनिक सेवा” ( “Indian Administrative Service.” )कहा जाता है। IAS का पूरा नाम हिंदी में “भारतीय प्रशासनिक सेवा” है। IAS अधिकारियों का कार्यक्षेत्र सरकारी नीतियों, कानूनों, और कार्यक्रमों के लिए सलाहकार और निर्णायक संगठनों का प्रशासनिक कार्य होता है। IAS एक भारतीय संघीय सरकारी सेवा है जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय प्रशासनिक प्रणाली को संचालित करना है।

2. IAS क्या है ?

IAS (Indian Administrative Service) भारत की प्रमुख सिविल सेवा है ,जो सरकारी प्रशासनिक प्रणाली को संचालित करने के लिए बनाई गई है। IAS के अधिकारियों को विभिन्न संचालनात्मक, निर्णायक और कार्यक्रमी पदों में नियुक्त किया जाता है IAS भारतीय संघीय सरकार और राज्य सरकारों में प्रमुख पदों पर कार्यरत अधिकारियों की एक सेवा है। IAS की भर्ती द्वारा योग्यता प्राप्त करने के बाद, उम्मीदवारों को अध्ययन के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की गई संघीय नागरिक सेवा परीक्षा का सामरिक परीक्षण उत्तीर्ण करना होता है।

3. IAS Age Limit ( आयु सीमा )

आईएएस (Indian Administrative Service) की आयु सीमा निम्नलिखित रूप से होती है: –



अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (Scheduled Caste and Scheduled Tribe) के उम्मीदवारों के लिए, आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती है। उन्हें अधिकतम 35 वर्षों की आयु की छूट मिलती है।

सामान्य वर्ग (General Category) के उम्मीदवारों के लिए, उम्र की सीमा 21 से 32 वर्ष होती है। यह अवस्था जन्मतिथि की दिनांक के आधार पर मान्य होती है।
अनुसूचित जाति/जनजाति के विकलांग उम्मीदवारों के लिए, ऊर्ध्वाधिकार द्वारा अधिकतम आयु सीमा 42 वर्ष होती है।

4. IAS बनने के लिए पात्रता

यह एक प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा है जिसे भारतीय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) आयोजित करता है। IAS (Indian Administrative Service) योग्यता के बारे में जानकारी देते हुए, यह परीक्षा भारतीय सरकार में शीर्ष स्तरीय अधिकारियों को चुनने के लिए आयोजित की जाती है।


उम्मीदवारों को आईएएस परीक्षा में कई चरणों से गुजरना पड़ता है। इसमें शामिल होने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:
उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि या इसके समकक्ष का धारण करना आवश्यक है।


नागरिकता: उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए। नेपाल, भूटान, तिब्बत और भारत के निवासी तिब्बती शरणार्थी भी योग्य हो सकते हैं।

आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु सीमा विभिन्न कैटेगरी में अलग-अलग होती है। अनुसूचित जाति (SC) और संख्या (ST) के उम्मीदवारों के लिए, आयु सीमा में सरकारी निर्धारण के अनुसार छूट दी जाती है। सामान्य श्रेणी के लिए, उम्मीदवार की आयु 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए। सामान्य वर्ग के लिए १ वर्ष, अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए ५ वर्ष और अनुसूचित जनजाति (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) के लिए १० वर्ष।

प्रयासों की संख्या: अनुसूचित जनजाति (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या में कोई सीमा नहीं है। सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या में कोई सीमा नहीं है। अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या में 6 होती है |

5. IAS Syllabus 2023 – 24

IAS 2023-24 के लिए (Indian Administrative Service) नवीनतम सिलेबस के विषयों की सारांशिक सूची दी जा रही हैं , इस परीक्षा का सिलेबस भारतीय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा निर्धारित किया जाता है |


1.भारतीय इतिहास (अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में)
2.प्राथमिक बीमा नीति और योजनाएं
3.भूगोल (भारत और विश्व)
4.पर्यावरण, पारिस्थितिकी और जलवायु परिवर्तन
5.भारतीय संविधान और राजनीति
6.विज्ञान और प्रौद्योगिकी
7.भारतीय अर्थव्यवस्था
8.वैश्विक गतिविधियाँ और अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध
9.अंतर्राष्ट्रीय संबंध
10.सार्वजनिक वित्त और निगमों के लिए नीति
11.वित्तीय बाजार और आर्थिक समावेशन
12.राष्ट्रीय औद्योगिक नीति और उद्यमिता
13.मानव संसाधन विकास
14.भारतीय औद्योगिक नीति और उद्यमिता
15.लोक प्रशासनिक और न्यायिक प्रक्रियाएँ
16.लोक संचार और माध्यम
17.सामान्य विज्ञान (फिजिक्स, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और आधुनिक विज्ञान)
18.नैतिकता, संस्कृति और आदर्श
यह syllabus short में बताया गया है, तैयारी के लिए उपयुक्त पुस्तकों और संसाधनों का उपयोग करना चाहिए।

6. IAS परीक्षा पैटर्न

IAS परीक्षा का पैटर्न तीन चरणों में होता है: –
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination) 2.मुख्य परीक्षा (Main Examination) 3.Interview

1.प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination) प्रारंभिक परीक्षा ऑब्जेक्टिव प्रकार की होती है और मल्टीपल ऑप्शन प्रश्न (Multiple Choice Questions) पर आधारित होती है।


प्रारंभिक परीक्षा दो भागों में होती है: 1.जनरल स्टडीज (General Studies) – जनरल स्टडीज भाग में विषयों की संख्या और विषयों की सूची परिवर्तित हो सकती है, लेकिन आमतौर पर इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, सामाजिक और आर्थिक विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और नवीनतम वार्तामानिक मुद्दों पर प्रश्न पूछे जाते हैं। 2.विधि (Civil Services Aptitude Test-CSAT)।

CSAT भाग में वाणिज्यिक गणित, मानसिक योग्यता और भाषा कौशल पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
2.मुख्य परीक्षा (Main Examination):

मुख्य परीक्षा में नौ विषयों के लिखित पेपर होते हैं, मुख्य परीक्षा लिखित प्रकार की होती है और अवधि के हिसाब से विभाजित होती है।
जिनमें निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं: अनिवार्य भाषा, गणितीय योग्यता, विधि, विज्ञान और तकनीकी विज्ञान, ग्रंथन और विचारशीलता, लोक प्रशासन, इतिहास, भूगोल, सामाजिक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, विविधता और एकता और नैतिकता, संस्कृति और संगठन।

3.आयोगिता साक्षात्कार (Personality Test/Interview):

आयोगिता साक्षात्कार अंतिम चरण होता है, इस साक्षात्कार में उम्मीदवारों से विभिन्न मुद्दों पर प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे शामिल हो सकते हैं। जहां उम्मीदवारों का व्यक्तित्व, ज्ञान, क्षमता और कार्यक्षमता का मूल्यांकन किया जाता है।

उम्मीदवारों को तैयारी में इस पैटर्न का ध्यान देना चाहिए और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों, प्रैक्टिस सेट्स और अन्य संबंधित संसाधनों का उपयोग करके अभ्यास करना चाहिए।

7. IAS चयन प्रक्रिया

IAS का चयन प्रक्रिया निम्नलिखित चरण


1.प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination):

प्रारंभिक परीक्षा एक ऑनलाइन परीक्षा होती है, और ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न पूछे जाते हैं।

इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए चयनित किया जाता है।
2.मुख्य परीक्षा (Main Examination):

मुख्य परीक्षा में नौ पेपर होते हैं, जिनमें विषय विकल्पों के आधार पर चयन करना होता है। मुख्य परीक्षा लिखित प्रकार की होती है, और विषयवार पेपरों से मिलकर होती है। प्रत्येक पेपर का अवधि लम्बी होती है

3.आयोगिता साक्षात्कार (Personality Test/Interview):

साक्षात्कार के दौरान, विभिन्न मुद्दों पर प्रश्न पूछे जाते हैं, आयोगिता साक्षात्कार उन उम्मीदवारों के लिए होती है जो मुख्य परीक्षा को पारित करते हैं। और उम्मीदवारों की सामरिक और मनोवैज्ञानिक क्षमताओं को मूल्यांकन किया जाता है।
इसमें उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, ज्ञान, सामरिक और नैतिकता का मूल्यांकन किया जाता है।

4.चयन और प्रशिक्षण:

आयोगिता साक्षात्कार के पश्चात, एक अंतिम चयन सूची तैयार की जाती है।
चयनित उम्मीदवारों को संघ लोक सेवा प्रशिक्षण संस्थानों में चयनित किया जाता है जहां उन्हें प्रशासनिक प्रशिक्षण दिया जाता है।

8. IAS सेलरी कितनी होती हैं ?

आईएएस (Indian Administrative Service) की सैलरी भारतीय सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है, यह नियम पूरे भारतीय संघीय सेवा में लागू होते हैं। 7वें वेतन आयोग के अनुसार किसी भी आईएएस अफसर को 56100 रुपये प्रतिमाह की बेसिक सैलरी और कैबिनेट सचिव बनने के बाद करीब 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह की सैलरी व कई भत्ते मिलते है |

इसके अनुसार, आईएएस के अधिकारियों की सैलरी एवं भत्तों को सातवें वेतन आयोग द्वारा स्वीकृत नियमों के आधार पर निर्धारित किया जाता है। आईएएस अधिकारियों की प्रारंभिक सैलरी 56,100 रुपये प्रति माह से शुरू होती है। साथ ही, उन्हें भत्ता, डीए, ट्रांसपोर्ट भत्ता, दूरसंचार भत्ता, बचत योजनाएं और अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।

आईएएस अधिकारी की सैलरी निम्नलिखित के आधार पर बढ़ती है जैसे –


इन स्केल के साथ आईएएस अधिकारियों को भी भत्ते, अनुदान, पेंशन, और अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं।
स्केल 10 (रुपये 56,100 – रुपये 1,77,500)
स्केल 11 (रुपये 67,700 – रुपये 2,08,700)
स्केल 12 (रुपये 78,800 – रुपये 2,09,200)
स्केल 13 (रुपये 1,18,500 – रुपये 2,14,100)
स्केल 14 (रुपये 1,31,100 – रुपये 2,15,900)
स्केल 15 (रुपये 1,44,200 – रुपये 2,18,200)
स्केल 16 (रुपये 1,82,200 – रुपये 2,24,100)
स्केल 17 (रुपये 2,05,400 – रुपये 2,25,000)

9. आईएएस officer कैसे बने ?

IAS officer कैसे बने सम्पूर्ण जानकारी निम्न हैं –
1.किसी भी स्ट्रीम से 12th’की पढाई पूरी करें|
2.12th के बाद ग्रेजुएशन की पढाई पूरी करें
3.ग्रेजुएशन के बाद UPSC का फॉर्म ऑनलाइन अप्लाई करना होगा|
4.फॉर्म अप्लाई करने के बाद आपका एग्जाम होगा |
5. UPSC प्रारंभिक की परीक्षा पास करे |
6. UPSC मैन्स की परीक्षा पास करना होगा | 7. और इंटरव्यू पास करना होगा इत्यादि कंप्लीट करने के बाद आप प्रशिक्षण देने योग्य होते हो |

10. IAS ( आईएएस ) बनने में कितना समय लगता है ?

UPSC का सफर काफी लंबा है। इसे पास करने में लोगों को 5-6 years लग जाते है, लेकिन आमतौर पर किसी भी सामान्य कैंडिडेट को यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने में दो से तीन साल का समय तो लग ही जाता है। इस तरह लम्बे सफ़र के बाद ias officer बनता है |

11. IAS officer का मुख्य कार्य क्या होता है ?

आईएएस (Indian Administrative Service) अधिकारी भारतीय सरकार में शीर्ष सिविल सेवा पदों में से एक होते हैं। आईएएस अधिकारी का सबसे ऊंचा पद कैबिनेट सचिव का होता है , इनका मुख्य कार्य शासनिक, प्रशासनिक, और विभिन्न नगरीय विकास के क्षेत्रों में कार्य करना होता है।

1.प्रशासनिक कार्य: आईएएस अधिकारी विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों में काम करते हैं आईएएस अधिकारी सरकारी नीतियों, कानूनों और आदेशों के पालन का जिम्मेदारी लेते हैं। और सरकारी नीतियों को लागू करने का काम करते हैं।

2.क्षेत्रीय विकास: आईएएस अधिकारी क्षेत्रीय स्तर पर नगरीय विकास के कार्यों का प्रबंधन करते हैं। और स्थानीय प्रशासनिक इकाइयों के साथ सहयोग करते हैं। वे विभिन्न विकास कार्यों की योजनाएं तैयार करते हैं, विकास परियोजनाओं का निगरानी करते हैं

3.वित्तीय प्रबंधन: IAS officer सरकारी विभागों के बजट और वित्तीय प्रबंधन की जांच करते हैं, और सुनिश्चित करते हैं, कि वित्तीय नियमों का पालन हो रहा या नहीं ।आईएएस अधिकारी बजट प्रबंधन, वित्तीय नियंत्रण और खाता-विवरणी के कार्यों को निगरानी करते हैं।

4.न्यायिक कार्य: आईएएस अधिकारी को कुछ क्षेत्रों में न्यायिक कार्यों का भी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। और कोर्ट में मुकदमों की प्रतिपक्ष में वकालत करते हैं और कानून और न्याय से संबंधित मुद्दों पर निर्णय देते हैं। वे न्यायिक प्रक्रियाओं को संचालित करते हैं |

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